आपने कैंसर का नाम जरुर सूना होगा. कैंसर सबसे भयानक बीमारी में से एक है. किसी को कैंसर हुआ मतलब लोगों का मानना है की अब उसकी मौत निश्चित है. कैंसर को लेकर लोगों में कई तरह की भ्रांतियां है लेकिन जरुरी नहीं की कैंसर मतलब मौत. अगर समय रहते इसका इलाज हो जाए तो जिंदगी को बचाया जा सकता है.
अब सबसे पहले बात यह आती है की आखिर यह कैंसर है क्या, क्यों यह इतनी खतरनाक बीमारी है और यह कितने तरह का होता है. कैंसर लगभग शरीर के हर हिस्से में हो सकता है. आईये जानते है कैंसर के बारे में विस्तार से.
कैंसर क्या है?
शरीर के किसी भी भाग में असामान्य रूप से गाँठ बनना या उभार आना कैंसर कहलाता है. जब शरीर के किसी हिस्से में अनावश्यक रूप से कोशिकाएं बढ़ने लगे तो उस हिस्से पर गाँठ बन जाती है और वहां कैंसर हो जाता है.
कई बार ऐसी स्थिति आ जाती है जब शरीर में नई-नई कोशिकाएं बन्ने लगती है लेकिन पुरानी कोशिकाएं नष्ट नहीं होती तो इन अनावश्यक रूप से कोशिकाओं की वृद्दि से कैंसर हो सकता है. कैंसर कई तरह का होता है, लेकिन अगर समय रहते पहले चरण में इसका इलाज कर लिया जाए तो बचाव संभव है और अगर देर कर दी तो मौत निश्चित है.
जानिये कैंसर के प्रकार के बारे में
1. स्किन कैंसर
यह कैंसर महिला और पुरुष दोनों को प्रभावित कर सकता है. यह कैंसर तेज धुप, सूरज की खतरनाक युवी किरणों, प्रदूषण आदि से हो सकता है.
2. बोन कैंसर
जो कैंसर हड्डियों में होता है उसे बोन कैंसर कहते है. यह कैंसर ज्यादातर बच्चों और बड़ो में होता है. कैल्शियम का पर्याप्त सेवन करने से बोन कैंसर से बचा जा सकता है.
3. ब्रेन कैंसर
दिमाग में ट्यूमर या गाँठ बनने के कारण ब्रेन कैंसर होता है. अगर इस कैंसर को समय रहते नहीं रोका गया तो यह शरीर के पुरे हिस्से में फ़ैल सकता है.
4. लंग कैंसर
तम्बाकू, सिगरेट आदि का सेवन करने से लंग यानी फेफड़ो का कैंसर हो सकता है. इसलिए हर तरह के नशे से दूर रहें.
5. गले का कैंसर
ज्यादा तम्बाकू पदार्थों के सेवन करने से गले का कैंसर हो सकता है.
6. ब्रेस्ट कैंसर
यह कैंसर महिलाओं में होता है. अगर समय रहते शादी कर ली जाए और बच्चा कर लिया जाए तो इस कैंसर से बचा जा सकता है.
7. मुहं का कैंसर
यह कैंसर भी उन लोगों को होता है जो ज्यादातर तम्बाकू का सेवन करते है या धुम्रपान करते है. इसलिए नशे से दुरी बनाये रखें तो आप कई तरह की बीमारियों से बच सकते है.
कैंसर का इलाज कब संभव है
कैंसर के कुल 4 चरण होते है. अगर समय रहते पहले या दुसरे चरण में इसका इलाज कर लिया जाये तो बचाव संभव है. लेकिन अगर कैंसर तीसरे या चौथे चरण में पहुँच गया तो फिर दुआ ही काम आ सकती है, क्योंकि कैंसर ऐसी बीमारी है जो शरीर के एक हिस्से से शुरू हो कर पुरे शरीर में फ़ैल सकता है.
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